राजा ब्रूश एक शांति प्रिय राजा थे| उनके राज्य में चारों तरफ शांति और समृधि थी| लोग राजा से बहुत प्रशन्न थे| राजा भी प्रजा का बहुत ख्याल रखते थे| एक बार पडोसी राज्य के राजा ने उनके राज्य पर अचानक हमला कर दिया| राजा ब्रूश इस के लिए तैयार नहीं थे| लड़ाई में राजा ब्रूश की हार हो गयी किसी तरह से अपनी जान बचाकर राजा ब्रूश जंगल में जाकर एक गुफा में छिप गए| जब राजा ब्रूश गुफा में बैठे थे तो एक मकड़ी ने उन का ध्यान अपनी ओर खीचा| मकड़ी ऊपर दीवाल पर चढ़ रही थी,पर बार बार नीचे गिर जाती थी| हर बार मकड़ी कुछ ऊपर जाकर नीचे गिर जाती थी| लेकिन मकड़ी ने हार नहीं मानी| ५-६ बार नीचे गिरी और ५-६ बार दुबारा ऊपर चड़ी| आंखिर में मकड़ी ऊपर चड़ने में कामयाब होगई| राजा ब्रूश ने सोचा कि अगर एक मकड़ी बार बार कोशिस करने से सफल हो सकती है तो में भी बार बार कोशिस करने पर सफल हो सकता हूँ| मुझे हिम्मत नहीं हारनी चाहिए| राजा ब्रूश ने हिम्मत कर के अपनी सेना को दुबारा से एकत्र किया| कुछ समय बाद राजा ब्रूश ने अपने दुश्मन पर धावा बोल दिया और राजा ब्रूश की इस बार जीत हुई| राजा ब्रूश को अपना खोया हुआ राज्य फिर से मिल गाया| राजा ब्रूश फिर से पहले की तरह अपना राज काज चलाने लग गए|
शिक्षा: बार बार कोशिस करने पर कोई भी काम मुश्किल नहीं होता है|
bahut sundar
ReplyDeleteकहानी बहुत ही सुन्दर है... मैंने ऐसी ही मक्खी की कहानी सुनी है...
ReplyDeleteHao Kai myA bhi aykli Kahani
Deleteसतत प्रयास से सफलता अवश्य मिलती है ,यह उदाहरण धयान में रखा जाये तो.
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